नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में जापान के प्रोफेसर हिरोशी मारुई को तीसरे प्रतिष्ठित आईसीसीआर भारतविद् पुरस्कार से सम्मानित किया। इस अवसर राष्ट्रपति ने प्रतिष्ठित भारतविद् पुरस्कार प्राप्त करने के लिए प्रोफेसर हिरोशी मरुई को बधाई दी और इंडोलजी में उनके अनुकरणीय योगदान के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि प्रोफेसर मारुई 40 साल से भारतीय दर्शन और बौद्ध अध्ययन पर काम कर रहे हैं। उनके शोध पत्रों को दुनिया भर में कई विषयों पर अंतिम राय के तौर मान्यता मिली हुई है। जापानी एसोसिएशन आॅफ इंडियन और बौद्ध स्टडीज के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने जापान में इंडोलॉजी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। राष्ट्रपति ने कहा कि इससे सिर्फ परंपरागत इंडोल़जी ही नहीं बल्कि भारत के विभिन्न पहलुओं के बारे में अध्ययन को बढ़ावा मिलेगा। राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय संस्कृति और इसके कई गुण सदियों में विकसित हुए हैं। समय की गहराई ने इसे एक अनोखी ताकत और चरित्र दिया है।
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