Thursday 10 March 2016

बच्चों को स्वार्थ नहीं, परमार्थ के लायक बनायें

लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, चैक कैम्पस एवं राजाजीपुरम (द्वितीय कैम्पस) द्वारा ‘डिवाइन एजुकेशन कान्फ्रेन्स’ का भव्य आयोजन आज सम्पन्न हुआ। जहाँ एक ओर सी.एम.एस. चैक कैम्पस द्वारा विद्यालय के विशाल प्रांगण में आयोजित ‘डिवाइन एजुकेशन कान्फ्रेन्स’ में विद्यालय के छात्रों ने ईश्वर भक्ति से परिपूर्ण अपने गीत-संगीत से सभी दर्शकों एवं अभिभावकों को मंत्रमुग्ध कर दिया तो वहीं दूसरी ओर सी.एम.एस. राजाजीपुरम (द्वितीय कैम्पस) द्वारा सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में आयोजित ‘डिवाइन एजुकेशन कान्फ्रेन्स’ में छात्रों ने सार्वभौमिक जीवन मूल्यों, विश्वव्यापी चिंतन, विश्व की सेवा के लिए तथा सभी चीजों में उत्कृष्टता विषय पर अपने सारगर्भित विचार प्रकट किये। इन दोनों समारोहों में विभिन्न प्रतियोगिताओं में सर्वोच्चता अर्जित करने वाले व वार्षिक परीक्षाओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को पुरष्कृत कर सम्मानित किया।सी.एम.एस. चैक कैम्पस द्वारा आयोजित ‘डिवाइन एजुकेशन कान्फ्रेन्स’ में अभिभावकों को सम्बोधित करते हुए सी.एम.एस. के संस्थापक-प्रबन्धक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि बच्चे का जन्म स्वार्थ सिद्धि के लिए नहीं, अपितु परमार्थ के लिए हुआ है। बच्चे तो परमात्मा के आज्ञाकारी पुत्र अर्थात युवराज बनकर इस संसार की सेवा करने के लिए पैदा हुए है, अतः परमात्मा के दिव्य गुणों जैसे सदाचार, ईमानदारी, अहिंसा, न्याय, सहयोग आदि जीवन मूल्यों को बच्चों में प्रारम्भ से ही रोपित करें। आगे बोलते हुए डा. गाँधी ने कहा कि यदि बालक में निर्धारित लक्ष्य को तनावरहित होकर धैर्यपूर्वक एवं कठोर परिश्रम के द्वारा अर्जित करने की क्षमता विकसित नहीं होगी तो वह जीवन में कभी भी पूर्णतया सफल व्यक्ति नहीं बन सकता है। जीवन की पाठशाला में अनेक फैसले  स्वयं करने पड़ते हैं, अतः किसी कार्य को करने के पूर्व उसके अन्तिम परिणाम पर विचार कर लेना चाहिए। इस अवसर पर सी.एम.एस. चैक कैम्पस की प्रधानाचार्या श्रीमती साधना बेदी ने कहा कि सी.एम.एस. अपने छात्रों का सर्वांगीण विकास कर ‘टोटल क्वालिटी पर्सन’ बनाने को दृढ़-संकल्पित है, परन्तु यह कार्य अभिभावकों के सहयोग के बगैर संभव नहीं हैं। उन्होंने समारोह में पधारकर बच्चों की हौसलाअफजाई करने के लिए अभिभावकों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

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